बल्ब का आविष्कार( Invention of bulb)

बल्ब का आविष्कार( Invention of bulb)

              बल्ब के बारे में 


आप को तो पता है, हमारे जीवन में बल्ब का अविष्कार किसी वरदान से कम नहीं है। 18वी सदी तक लोग घर को रोशनदार रखने के खातिर सिर्फ दिया जलाकर रखते थे। घर, घर में दिया जलाकर सारा काम होता था। उसके बाद 19वी सदी में लालटेन का उपयोग होना शुरू हुआ था। लेकिन वर्तमान सदी में LED बल्ब आ गये है। कभी बड़े से लालटेन को जलाकर घर में अच्छे से रोशनी होती थी, और अब एक छोटी सी बल्ब जलाते ही पूरा घर रोशनी से भर जाता है। 

तो इस बल्ब का आविष्कार किया किसने तो आइये जानते है। बल्ब का आविष्कार कैसे और किसने किया। 

बल्ब :-  बल्ब एक छोटा यंत्र है, जिसमे अगर बिजली का नियंत्रण हो तो आपको रोशनी प्रदान होगी। और बल्ब आज कल हर दुकान व घरो में पाया जाता है। 


         बल्ब का आविष्कार किसने किया 




बल्ब का आविष्कार साल 1878 में थॉमस अल्वा एडिसन ने किया था। अल्वा एडिसन एक अमेरिकन वैज्ञानिक थे। जिन्होंने सिर्फ बल्ब का नहीं, और भी कई चीजो का आविष्कार किया था। जैसे :- एल्कलाइन स्टोरेज बैटरी, कार्बन टेलीफोन ट्रांसमीटर, मोशन पिक्चर कैमरा, ग्रामोफ़ोन जैसे बड़े यंत्रो  आविष्कार किया था। 

इन सारे यंत्रो का अल्वा एडिसन जी के नाम पर पेटेंट बुक है। अल्वा एडिसन  विश्व का पहला लाईट बल्ब का पेटेंट अपने नाम कराया, इस अनोखे आविष्कार को करने में लगभग डेढ़ साल लग गए थे।  काफी वैज्ञानिको ने अल्वा एडिसन से पहले ही इस विषय पर काफी रिसर्च और प्रयोग किया था, यही कारण से अल्वा एडिसन को काफी मदद मिली थी। पेटेंट अपने नाम करने वक्त उन्होंने 14 अक्टूबर 1878 में पेटेंट का नाम " इम्प्रूवमेंट इन इलेक्ट्रिक लाइट्स करवाया था। डेढ़ साल के इस रिसर्च पर कई धातुओं का उपयोग किया जैसे कार्बन, प्लैटिनम का इस्तेमाल किया, लेकिन प्लैटिनम धातु के उपयोग से बल्ब की रोशनी 12 घंटे तक तो सिमित थी, लेकिन प्लैटिनम बल्ब का प्रयोग काफी महंगी पड़ी, फिर उनके प्रयोग से उन्हें कार्बन फिलामेंट के धातु के इस्तेमसल से उनका प्रयोग सफल रहा। 


           थॉमस अल्वा एडिसन कौन थे 🤔🤔



थॉमस एडिसन का जन्म 11 February 1847 में मिलान शहर में हुआ था। एडिसन 4 वर्ष की उम्र तक बोलना सिख नहीं पाए, और उनके आगे के सर का आकार काफी चौड़ा था। जब वह स्कूलिंग कर रहे थे, तब कमजोर दिमाग होने के कारण  उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा। इसके बाद उनकी माता ने सिर्फ 11 वर्ष से ही घर पर ही पढ़ाया। उन्होंने सबसे पहला काम टेलीग्राम ऑपरेटर के तौर पर किया।

यही से उन्हें दूरसंचार के क्षेत्र में काफी निर्माण करने की प्रेरणा मिली। एडिसन जैसे बड़े होते गए, विज्ञान क्षेत्र में उन्हें काफी तेजस्बी आने लगी। कुछ सालों बाद कई आविष्कारों से उन्होंने अपने प्रयोग से लोगो को अचंबित कर दिया। 

एडिसन जी एक एक विश्व के ऐसे वैज्ञानिक थे जिन्होंने 65 वर्ष तक लगातार किसी न किसी अविष्कार का पेटेंट अपने नाम किया। उनका सबसे पहला अविष्कार यूनिवर्सल स्टॉक प्रिंटर था, जो काफी पॉपुलर हुआ। 

साल 1876 में, उन्होंने मानलो शहर में अपनी पहली अगयोगिक प्रयोगशाली बनाई। इस प्रयोगशाला को उन्होंने अपने बनाई हुई बल्ब से चारो और प्रकाशित किया। साल 1896 में 23 अप्रैल को मोशन पिक्चर का अध्ययन पिक्चर प्रोजेक्टर के द्वारा चलाया।  कुछ वर्षो बाद एडिसन ने फ़ैक्टरीया चारो और बनवाई। 

इनकी जमीन लगभग 25 एकर तक फैली हुई थी। जो लगभग 8000 से 10000 लोगो को रोज़गार प्रदान करती थी। इसी प्रकार अपने योगदान से एडिसन ने वैज्ञानिक क्षेत्र में कई नाम कमाई और एडिसन के कई योगदान ने 18 वि सदी को प्रकाशित कर दिया। सिर्फ थॉमस एडिसन ही नहीं बल्कि इनके अलावा जितने वैज्ञानिक ने बल्ब  के  अविष्कार में योगदान दिया, सबसे योगदान ने हमारे जीवन  काफी सरल बना दिया। 


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धन्यवाद। 


                                                    :- अतुल कुमार 

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